औली - एक मनोरम हिल स्टेशन

औली को भारत के सर्वोत्तम स्कीइंग स्थलों में से एक माना जाता है। यह उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र में चमोली जिले में स्थित है। औली की समुद्र तल से उंचाई लगभग 3000 मीटर है। वास्तव में औली एक "बुग्याल" है, गढ़वाली में जिसका अर्थ है घास का मैदान। हिमालय की शानदार पर्वत-श्रृंखला की अनेकानेक चोटियों के स्पष्ट दर्शन और स्कीइंग के लिये औली के आदर्श ढलान पेशेवर और नौसिखिये स्कीयर्स को एक साथ रोमांचित करते हैं। तो चलिये चले चलते हैं उत्तराखंड में स्थित हरदिल अजीज़ औली की यात्रा पर, कुछ कदम मेरे साथ…

औली कहां है: औली उत्तराखंड के चमोली जिले में स्थित है। यह बद्रीनाथ - ऋषिकेश मार्ग पर स्थित जोशीमठ से 13 किलोमीटर दूर स्थित है।

औली कब जायें: वर्ष भर में औली कभी भी जाया जा सकता है। नवंबर/दिसंबर से ही यहाँ बर्फ का गिरना आरंभ हो जाता है। सर्दियों-भर की बर्फबारी के दौरान यहां खूब चहल पहल रहती है क्योंकि यहां की पहाड़ी ढलानों पर स्कीइंग के आयोजन किये जाते हैं। जुलाई और अगस्त में मानसून के कारण जाने से बचना चाहिए क्योंकि इस दौरान इस इलाके में भूस्खलन होते रहते हैं। गर्मियों के मौसम में सैर-सपाटे के लिए औली एक आदर्श स्थान है।

औली कैसे पहुँचें: औली सङक मार्ग द्वारा भलीभाँति जुड़ा हुआ है। बद्रीनाथ - ऋषिकेश मार्ग पर स्थित जोशीमठ जो कि सबसे नजदीकी बड़ी मानव आबादी है, औली से केवल तेरह किलोमीटर दूर है। जोशीमठ में हेलीपैड भी है। औली का निकटतम रेलवे स्टेशन ऋषिकेश 264 किलोमीटर दूर है और निकटतम हवाई अड्डा जौली ग्रांट (देहरादून) 286 किलोमीटर दूर है।

औली यात्रा प्लान व रुट: दिल्ली से चलकर हरिद्वार, ऋषिकेश होते हुये जोशीमठ तक रात में रुकने की कोई समस्या नहीं आती। औली में रात में रूक सकते हैं। ऋषिकेश और जोशीमठ में गुरूद्वारे भी हैं जिनमें रात को रूकने और खाने की निःशुल्क व्यवस्था है। जोशीमठ में आम स्वीकार्य होटलों के किराये 300 रूपये से शुरू हो जाते हैं। औली में ठहरने के साधन जैसे होटलों के कमरे या टेंट बहुत महंगे पड़ते हैं।
Auli Gorson Bugyal

औली में मनोरंजक क्रियाएँ और पर्यटन आकर्षण

  • स्कीइंग: सर्दियों में स्कीइंग सबसे अधिक रुचिकर गतिविधियों में से एक है जिसके लिये औली सर्वाधिक प्रसिद्ध है। भारत में मुट्ठी भर स्की रिसॉर्ट्स ही उपलब्ध हैं और औली उन में से एक है, जो पर्यटकों को विभिन्न बर्फीली गतिविधियां उपलब्ध कराता है।
  • ट्रेकिंग: औली केवल स्कीइंग के लिये ही मशहूर नहीं है। इसके अतिरिक्त ट्रेकिंग भी पर्यटकों के लिए एक और विकल्प है। बहुत से ट्रेकिंग मार्ग हैं जो औली से शुरू होते हैं। ये ट्रेक आकर्षक-अनछुऐ पहाड़ों, हरे-भरे चरागाहों और सफ़ेद बर्फीली घाटियों से होकर गुजरते हैं। कुछ ट्रेक छोटे हैं जबकि कुछ को पूरा करने के लिए सप्ताह-भर या उससे भी अधिक समय लग सकता है। आली-गोरसों बुग्याल (7 किमी), गोरसों-तल्ली लेक (6 किमी) और खुलारा-तपोवन (9 किमी) आदि एक दिन में पूरी हो सकने वाले ट्रेक हैं। इसके अलावा एक लंबा ट्रेक भी है जो सप्ताह-भर में जाकर पूरा होता है, वो है क्वारी-पास ट्रेक।
  • केबल कार: औली में एशिया की सबसे लंबी और विश्व की सबसे उंची केबल कार गोंडोला है। इसी के साथ एक चेयर लिफ्ट और स्की लिफ्ट भी हैं। औली का रोपवे इसे जोशीमठ के साथ जोड़ता है। इस रोप-वे के जरिये जोशीमठ से औली तक पहुंचने में 25 मिनट लगते हैं। रोपवे में कुल दस टावर हैं। रोप-वे का एकतरफा किराया लगभग 250 रुपये है।

महत्वपूर्ण संसाधनों की उपलब्धतायें:
(क) ए.टी.एम- यह सुविधा केवल जोशीमठ में ही उपलब्ध है। औली में कोई भी बैंक अथवा ए.टी.एम नहीं है।
(ख) पैट्रोल पंप- अंतिम पैट्रोल पंप भी जोशीमठ में ही है।
(ग) अस्पताल- नजदीकी ठीक ठाक अस्पताल जोशीमठ में है। औली में कोई भी अस्पताल या मेडिकल स्टोर नहीं है।
(घ) मैकेनिक- जोशीमठ।
(ङ) फोन नेटवर्क- औली में मोबाईल फोन नेटवर्क काम करता है। हालांकि सभी मोबाईल कंपनियों के नेटवर्क नहीं चलते। पर भारत की प्रमुख मोबाईल कंपनियों के फोन काम करते हैं।

औली, उत्तराखंड

औली, उत्तराखंड

औली फोटो गैलरी।

औली, उत्तराखंड

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4 टिप्पणियाँ

  1. बहुत ही बढ़िया जानकारी है मंजीत भाई जी

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  2. बढिया जानकारी। ये कई घुमक्कड़ों का मार्गदर्शन करेगी। जिन ट्रेक्स की आपने बात की है उनके विषय में तफसील से बताते तो बढ़िया रहता।

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    1. धन्यवाद विकास जी। इन ट्रेक्स का विवरण अलग से शीघ्र ही प्रकाशित करता रहूंगा।

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